Dr. Rajvinder Kaur

About us 

डॉ० राजविन्दर कौर, का जन्म 15 अक्टूबर 1980 को ग्राम डडविण्डी, जिला कपूरथला, पंजाब  में हुआ। इनकी प्रारंभिक शिक्षा शहीद भगत सिंह पब्लिक इंटर कॉलेज बंडा, शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश से हुई। इन्होने स्नातक गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर, पंजाब से और स्नातकोत्तर व पी. एच. डी., एम. जे. पी. रोहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली, उत्तर प्रदेश से प्राप्त की। वर्तमान में राजकीय महाविद्यालय, सितारगंज, उधमसिंह नगर, उत्तराखंड में हिंदी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद में कार्यरत हैं।  

शोध विशेषज्ञता :

  • ‘जनसंचार क्रांति में हिंदी पत्रकारिता का योगदान’ विषय पर शोध कार्य।

प्रकाशन :

  • अगस्त 2019 में पेपरवेट नाम से कविता संग्रह प्रकाशित (ISBN-81-8212-46-2)
  • 2023 में ‘मधुपर्क नाम से काव्य संकलन प्रकाशित (ISBN-978-93-95020-54-1)
  • 2023 में ‘बोलती औरतें नाम से काव्य संग्रह प्रकाशित (ISBN-978-93-95020-55-8)

शोध पत्र :

  • मार्च 2018 में शोध दृष्टि (जर्नल) में विश्व में बढ़ता हिंदी का वर्चस्व शीर्षक से शोध पत्र प्रकाशित ( ISSN: 0976-6650)
  • नवम्बर 2019 में भाषा सहोदरी पत्रिका में जनसंचार माध्यम (मीडिया, सोशल मीडिया सहित) भाषा, व्यवहार, उत्तरदायित्व और नैतिकता शीर्षक से प्रकाशित (ISSN: 2582-1679, RNI: DELHIN/2017/75205 )

 सेमिनार :

  • इंडियन कल्चर प्रोस्पेक्ट्स एंड चैलेंजिस” विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार में 28-29 मार्च 2016 में प्रतिभाग किया।
  • डेवलपिंग एनर्जी बिटवीन इंफॉर्मेशन कम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी एंड एकेडमिक्स” विषय पर सात दिवसीय वर्कशॉप में मार्च 2017 में प्रतिभाग किया।
  • विश्व में बढ़ते हिंदी के चरण” विषय पर उपाधि कॉलज पीलीभीत में अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में विश्व में बढ़ता हिंदी का वर्चस्व उप विषय पर विषय विशेषज्ञ के रूप में प्रतिभाग किया।
  • सितंबर 2018 में साहित्य अकादमी संस्कृति परिषद ,मध्य प्रदेश शासन, संस्कृति विभाग, भोपाल द्वारा आयोजित “भोपाल साहित्य महोत्सव” में वक्तव्य दिया ।
  • 27-28 फरवरी 2019 में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में “कामकाजी महिलाओं के शैक्षिक विकास में दूरस्थ शिक्षा का योगदान” विषय पर शोधपत्र प्रस्तुत किया ।
  • 30-31 मार्च 2019 में इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च ,न्यू दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में “भूमंडलीकरण तथा प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग” शीर्षक के अंतर्गत शोध पत्र प्रस्तुत किया ।
  • 11-12 दिसंबर 2021 को इंडियन इकनोमिक एसोसिएशन तथा विश्व हिंदी मंच के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में “राष्ट्रीय चेतना का साहित्य” शीर्षक के अंतर्गत विषय विशेषज्ञ के रूप में प्रतिभाग किया।

 अन्य :

  • पंतनगर विश्वविद्यालय में रेडियो केंद्र जनवाणी में सक्रिय प्रतिभाग ।
  • उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के रेडियो केंद्र हेलो हल्द्वानी में विषय विशेषज्ञ तथा साहित्यकार के रूप में सक्रिय प्रतिभाग।
  • प्रसार भारती के आकाशवाणी केंद्र रामपुर में साहित्यिक वार्ता में समय-समय पर सक्रिय प्रतिभाग।
  • कवि एवम साहित्यकार के रूप में विभिन्न साहित्यिक गोष्ठियों तथा कवि सम्मेलनों में समय -समय पर सक्रिय प्रतिभाग।